What is Android in Hindi (Android Kya hai)- इसका जवाब बहुत ही ज्यादा आसान है क्योंकि इसका सबूत देने की कोई जरूरत नहीं है कि आज हिंदुस्तान के हर घर में आप को एंड्रॉयड फोन मिल ही जाएगा | एंड्राइड मोबाइल प्लेटफॉर्म में बहुत ज्यादा बेहतर बन गया है और इसको इतना बेहतर बनने में कुछ ही समय लगा है | 50% लोग यह जानते ही होंगे कि एंड्रॉयड क्या होता है और मुझे यह बोलने की जरूरत नहीं है कि उन्हें फायदों के बारे में पता होगा , लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो एंड्राइड के प्लेटफार्म में एकदम नए हैं जिन्हें एंड्राइड के बारे में और इस प्लेटफार्म के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं होगी |

तो आज का हमारा यह आर्टिकल उन सभी लोगों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होगा जिन्हें इस प्लेटफार्म के बारे में कुछ भी नहीं पता है और अगर आपको एंड्राइड के बारे में थोड़ा बहुत पता भी है तो भी आपके लिए यह आर्टिकल बहुत ही ज्यादा जरूरी है क्योंकि इससे आपको कुछ सीखने को ही मिलेगा|
आप सभी जानते हैं आजकल सभी लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल तो करते ही हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें यह बात की जानकारी नहीं होती कि यह मोबाइल फोन Android का है, IOS का है या फिर Windows का है | आप जानते ही हैं कुछ लोगों को इन सब में कम जानकारी होती है तो उन्हें इस बारे में पता नहीं होता है | जैसे कि बहुत सारे लोगों को कंप्यूटर और लैपटॉप के बारे में भी जानकारी नहीं होती है | इसलिए हमारी वेबसाइट पर आपको तकनीक और सोशल मीडिया या ट्रेंडिंग खबरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है ताकि आपको आसान भाषा में समझ आ सके |What is Android in Hindi
तो आज किस पोस्ट में हम आपको ऐसे ही एक इंटरेस्टिंग टॉपिक के बारे में बताने वाले हैं, जो हर किसी के पास है लेकिन उसकी जानकारी कुछ ही लोगों के पास है तो आज हम उसी चीज को फॉलो करते हुए बात करेंगे एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप एंड्रॉयड के बारे में इतना कुछ जान जाएंगे कि अगर कोई आपसे एंड्राइड मोबाइल या एंड्रॉयड के बारे में कोई भी जानकारी पूछेगा तो आप उसे आसानी से बता पाएंगे |
क्योंकि अगर आपको किसी चीज के बारे में नहीं पता है तो यह एक इंसानी फितरत है की हर चीज के बारे में उसे नहीं पता होता इसमें कोई बुरी बात नहीं है लेकिन अगर आपको कोई नई चीज के बारे में बता रहा हूं और आप उसे नहीं जानना चाहते हो तो यह बहुत ज्यादा गलत बात है |
What is Android in Hindi – Android kya hai
अगर मैं आपसे पूछूं कि एंड्रॉयड क्या है तो आपके दिमाग में सबसे पहले यह आएगा क्या android एक फोन है, मगर फिर मैं आपसे कहूंगा कि भाई एंड्रॉयड फोन नहीं है android एक एप्लीकेशन भी नहीं है तो फिर शायद आपका दिमाग थोड़ा सा चकरा जाएगा क्योंकि android एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जोकि Linux Kernel पर आधारित है
अगर मैं इसे आपको आसान भाषा में समझाऊं, तो Linux एक Operating System है जिसे Desktop Computer और Server में इस्तेमाल किया जाता है, तो Android इसी का एक वर्जन है | Linux को बहुत सारे परिवर्तन के बाद बनाया गया है | यह एक एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे मोबाइल को देखते हुए किया गया था | ताकि इसमें मोबाइल फोन के सभी फंक्शन को और एप्लीकेशन को आसानी से चलाया जा सके |
आप अपने फोन में जो भी स्क्रीन पर देखते हैं वह सभी Operating System का ही एक भाग है | जब भी आप अपने मोबाइल पर कोई भी मैसेज भेजते हो, ईमेल करते हो या फिर कॉल करते हो तो इसे ऑपरेटिंग सिस्टम ही चलाता है पर आपके सामने ही है पढ़ने योग्य बनाता है |
Android Operating System के वर्जन को बहुत सारे भागों में बांटा गया है , इन सभी को अलग-अलग नंबर गए हैं, उनके फीचर के हिसाब से , तो आपने एंड्राइड के कुछ वर्जन के नाम सु नहीं होंगे जैसे कि, Android Oreo, Lollipop, Marshmallow तो यह सभी एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के ही 1 वर्जन है |
अगर हम Android Inc. की बात करें तो इसके निर्माता का नाम है Andy Rubin, 2005 में गूगल के द्वारा खरीद लिया गया था और बाद में उन्हेंAndroid डेवलपमेंट का प्रधान बना दिया गया था | गूगल का एंड्राइड को खरीदने के पीछे उसका नया और इंटरेस्टिंग कंसेप्ट था क्योंकि गूगल को लगता था कि यह भविष्य में जरूर कामयाब होगा , और वैसा ही हुआ एंड्रॉयड की मदद से फ्री में बहुत ही मजबूत ऑपरेटिंग सिस्टम गूगल द्वारा बनाए गए | एंड्राइड द्वारा बनाए गए इस ऑपरेटिंग सिस्टम का दुनिया भर के यंगस्टर के बीच में शुरुआत से ही क्रेज है | जिसकी वजह से बाद में एंड्राइड के बहुत अच्छे-अच्छे कर्मचारी भी गूगल में शामिल हो गए |
बाद में मार्च 2013 में गूगल कंपनी को Andy Rubin ने छोड़ दिया और उन्होंने फैसला किया कि अबे अपने दूसरे प्रोजेक्ट पर काम करेंगे , उनके कंपनी छोड़ने के बाद गूगल को कोई नुकसान नहीं हुआ यानी कि एंड्राइड की स्थिति में कोई भी फर्क नहीं आया | ऐंडी रूबीन की जगह को बाद में Sunder Pichai ने भर दिया | सुंदर पिचाई जो कि एक भारतीय नागरिक हैं वह पहले क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम के हेड हुआ करते थे | उनके एक्सपीरियंस को गूगल ने इस नए प्रोजेक्ट में शामिल किया | What is Android in Hindi
Android एक बेहतरीन Mobile Operating System क्यों है?
Android का निर्माण Google के द्वारा किया गया है, और इसके अंदर कोई दो राय नहीं है की एंड्राइड एक बेहतरीन Mobile Operating System है | और आप सभी जानते हैं कि गूगल द्वारा बनाए गए इस ऑपरेटिंग सिस्टम का दुनिया भर के स्मार्टफोन में प्रयोग किया जाता है , सिर्फ Apple iPhone को छोड़कर | आपको हम पहले ही बता चुके हैं android एक Linux पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है, अगर हम Linux की बात करें तो यह एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल कोई भी कर सकता है और यह एकदम फ्री है, इसका मतलब यह है कि कोई भी कंपनी इस एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम का यूज कर सकते हैं |
Android के Version
अब मैं आपको बताऊंगा जितने भी Version Android Operating System के निकले हैं उन सभी के नाम नीचे दिए गए हैं | और इनमें से बहुत सारे वर्जन का इस्तेमाल हम सभी ने किया है | नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताना सबसे पहला Android Version आपने कौन सा इस्तेमाल किया है |
- Android 1.0 Alpha
- Android 1.1 Beta
- Android 1.5 Cupcake
- Android 1.6 Donut
- Android 2.1 Eclair
- Android 2.3 Froyo
- Android 2.3 Gingerbread
- Android 3.2 Honeycomb
- Android 4.0 Ice Cream Sandwich
- Android 4.1 Jelly Bean
- Android 4.2 Jelly Bean
- Android 4.3 Jelly Bean
- Android 4.4 KitKat
- Android 5.0 Lollipop
- Android 5.1 Lollipop
- Android 6.0 Marshmallow
- Android 7.0 Nougat
- Android 7.1 Nougat
- Android 8.0 Oreo
- Android 8.1 Oreo
- Android 9.0 Pie
- Android 10
- Android 11 (Upcoming)
Android Operating System का विकास – कैसे रहा सफर Android Beta से Pie तक का |
मुझे ऐसा लगता है कि आप सभी भी एंड्राइड मोबाइल का इस्तेमाल करते होंगे, क्या फिर हो सकता है टेबलेट का इस्तेमाल करते होंगे और उसके अंदर Android OS का इस्तेमाल होता है | आपको शायद नहीं पता होगा कि एंड्राइड का निर्माण गूगल और ओपन हैंडसेट एलाइंस के द्वारा संभव हुआ है | उसके बाद से यह प्रथा चलाई जा रही है की एंड्राइड के सभी वर्जन की रिलीज 2007 से करी जा रही है |
इसमें एक खास बात यह है कि एंड्राइड के सभी वर्जन कोई खास कोड दिया जाता है जोकि अंग्रेजी के अल्फाबेटिक होटल में होता है , यह तरीका अप्रैल 2009 से अपनाया जा रहा है| इसके अलग-अलग नाम मैं आपको पहले ही ऊपर बता चुका हूं | आपको नाम देखकर यह नजर लग जाएगा की एंड्राइड के सभी वर्जन का नाम दुनिया भर के मीठे व्यंजनों के नाम पर रखा गया है | What is Android in Hindi
Android के Versions और Features
चलिए बात करते हैं Android OS के सभी Version के बारे में साथ में आपको बताऊंगा इन सभी वर्जन में क्या क्या बदलाव किए गए थे |
Android Beta
अगर हम सबसे पहले एंड्राइड वर्जन की बात करें तो जैसे कि कोई भी सॉफ्टवेयर बनाया जाता है उसका Beta वर्जन बनाया जाता है | जो कि टेस्टिंग के रूप में काम आता है तो Android Beta को 2007 नवंबर में रिलीज किया गया था |
Android 1.0
बात करते हैं एंड्राइड के पहले कमर्शियल Version की जोकि है Android 1.0 अगर अमित की रिलीज डेट की बात करें तो इसे 2008 23 सितंबर को रिलीज किया गया था | और अब हम बात करते हैं इसके फीचर की तो इसके अंदर आपको देखने को मिलता था – वेब ब्राउज़र, कैमरा सपोर्ट, जीमेल, गूगल कांटेक्ट, गूगल कैलेंडर, गूगल मैप, गूगल सर्च, गूगल टॉक, यूट्यूब, वाईफाई और एंड्राइड मार्केट एप्लीकेशन |
Android 1.1
इसके बाद Android का एक नया वर्जन लांच हुआ जोकि 2009 की 9 फरवरी को रिलीज किया गया | इसे “Petit Four” के नाम से जाना जाता था | अगर मैं इसके उस टाइम के बेहतरीन फीचर की बात करूं तो इसके अंदर आपको Longer in Call Screen Timeout फीचर दिया गया था इससे होता क्या था कि यदि आप स्पीकर फोन का इस्तेमाल करते थे तो उसके साथ साथ आप मैसेज भी भेज सकते थे |What is Android in Hindi
Android 1.5 Cupcake
अप्रैल 30 2009 को नया एंड्राइड का वर्जन लांच किया गया जिसे Linux Kernel 2.6.27 पर बनाया गया था | यह एंड्रॉयड का हेलो वर्जन था जिसे किसी मीठे व्यंजन के नाम पर रखा गया था | इतने खास बात यह थी कि यह अपडेटेड वर्जन में नया Widget का सपोर्ट दिया गया था | इसके अंदर आप किसी थर्ड पार्टी के कीबोर्ड का इस्तेमाल कर सकते थे, वीडियो रिकॉर्डिंग और प्लेबैक कर सकते थे, स्क्रीन एनीमेशन का फीचर भी इसके अंदर मिलता था | साथ ही साथ आपको यूट्यूब में वीडियो और पिकासा में फोटो को अपलोड कर सकते थे | तो यह Android 1.5 Cupcake उस समय का एक एडवांस एंड्राइड वर्जन बन गया था |
Android 1.6 Donut
अब एंड्राइड की कहानी में नया वर्जन लांच किया गया सितंबर 15 2009 में इस Android Version को Linux के 2.6.29 ऑपरेटिंग सिस्टम में बनाया गया | इसके अंदर और ज्यादा एडवांस फीचर दिए गए जैसे कि अलग-अलग भाषाओं का सपोर्ट, गैलरी का फीचर, कैमरा रिकॉर्डिंग का फीचर | यह Android OS WVGA स्क्रीन रेजोल्यूशन को सपोर्ट करता था |
Android 2.0 और 2.1 Eclair
एंड्राइड 2.0/2.1 को उसी साल 2009 में अक्टूबर 26 को रिलीज किया गया था | यह भी पहले वाले Linux Kernal पर आधारित था | मगर इसके अंदर फीचर में बहुत ही ज्यादा बदलाव किए गए जैसे अकाउंट को सिंक करना, ईमेल सपोर्ट को एक्सचेंज करना, ब्लूटूथ का सपोर्ट, किसी भी कांटेक्ट में फोटो लगाना साथ में आपको अपने सभी saved मैसेज को ढूंढने की सुविधा भी मिल गई थी |
कैमरे की बात करें तो इसके अंदर आपको नए फीचर देखने को मिले थे, टाइपिंग की स्पीड को इंप्रूव किया गया, नया गूगल मैप इसके अंदर आपको दिया गया | ऐसे ही अनेक फीचर Android 2.0/2.1 Eclair मैं आपको देखने को मिले थे |What is Android in Hindi
Android 2.2.x Froyo
अब बात करते हैं एंड्राइड के Froyo की गूगल ले Android Froyo को मई 2010 में रिलीज किया | अब इसके अंदर Froyo क्या है? Froyo का मतलब है Frozen Yogurt यानी कि जमी हुई दही | इसके अंदर भी पहले के मुकाबले ज्यादा फीचर, और बढ़िया फीचर दिए गए | चलिए अब उसके बारे में बात कर लेते हैं इसके अंदर आपको बढ़िया एप्लीकेशन लांचर मिला, वाईफाई हॉटस्पॉट की सुविधा मिली, ब्राउज़र में नए फीचर मिले, कार में ब्लूटूथ जोड़ने का ऑप्शन मिला, साथ ही साथ आपको पासवर्ड में अल्फान्यूमैरिक कभी सपोर्ट मिला | ऐसे ही समय के साथ साथ अब तक एंड्रॉयड में बहुत सारे बदलाव हो चुके थे | अब बारी थी इसमें और भी ज्यादा बदलाव करने की |
Android 2.3.x Gingerbread
उसी साल 2010 में दिसंबर 6 को एंड्राइड की तरफ से एक नया OS अपडेट आया जिसमें एंड्राइड को अपग्रेड किया गया और इसका नाम रखा गया Gingerbread | जो कि नए Linux Kernel 2.6.35 ऑपरेटिंग सिस्टम में बना था | इसमें आपको विभिन्न स्क्रीन साइज फीचर मिला जो अलग-अलग साइज के एंड्रॉयड फोन के लिए था, इसमें आपको कॉपी पेस्ट का ऑप्शन में मिला, नया डाउनलोड मैनेजर मिला, ऐसे ही यह नया Android Gingerbread बहुत सारे फीचर लेकर आया – जैसे मल्टीपल कैमरा सपोर्ट, पावर मैनेजमेंट और गार्बेज कलेक्शन | What is Android in Hindi
Android 3.x Honeycomb
अगर हम इस वर्जन की बात करें तो यह है Android 3.0 इसे रिलीज 22 फरवरी 2011 को करा था, और इसे Linux Kernel 2.6.36 पर बनाया गया था | इसके अंदर आपको “वर्चुअल होलोग्राफिक यूजर इंटरफेस” देखने को मिलता था, साथ ही साथ इसके अंदर आपको सिस्टम बार, एक्शन बार और नया कीबोर्ड मिलता था | इसके अंदर और भी नए फीचर जोड़े गए थे जैसे कि आपको इसके अंदर मल्टीटास्किंग का भी ऑप्शन मिलता था, और आप मल्टीपल ब्राउज़र के टैब खोल सकते थे, जल्दी खोलने के लिए कैमरा बटन, वीडियो चैट का सपोर्ट, गूगल टॉक ऐसे ही नए फीचर जोड़े गए थे |
Android 4.0.x Ice Cream Sandwich
Android 4.0 का नाम था Ice Cream Sandwich इसे कंपनी ने ऑफिशियल ही रिलीज कर दिया था 2011 के अक्टूबर 19 को, लेकिन इसके सोर्स कोड को नवंबर 14 2011 में यूजर्स को उपलब्ध कराया गया | ईद वर्जन में एक नया फीचर जोड़ा गया जिसकी मदद से आप आसानी से नए फोल्डर बना सकते थे, नए टैब में widget को अलग कर सकते थे, स्क्रीनशॉट ले सकते थे, आवाज की गुणवत्ता को बढ़ाया गया, फेस अनलॉक जैसे नए फीचर जोड़े गए | साथ ही साथ इसके अंदर आपको नए कस्टमाइज लांचर, कॉपी पेस्ट को और ज्यादा सुधारा गया | ऐसे ही और पुराने Bug को सही किया गया |
Android 4.1 Jelly Bean Android 4.1
Jelly Bean को गूगल कंपनी ने ऑफिशियल रिलीज कर दिया था जून 27 को 2012 में, अगर हम Linux की बात करें तो यह Android OS Kernel 3.0.31 मैं बनाया गया | इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में इस चीज का ध्यान रखा गया कि यूजर इंटरफेस के फंक्शन और परफॉर्मेंस को और ज्यादा सुधारा जाए | इसके अंदर और भी ज्यादा फीचर को जोड़ा गया जैसे नोटिफिकेशन को बंद करना, गूगल वॉलेट, Widget के लिए शॉर्टकट, मल्टी चैनल ऑडियो, गूगल नाउ, USB ऑडियो जैसे नए फीचर्स को जोड़ा गया | What is Android in Hindi
Jelly Bean का दूसरा वर्जन जब लॉन्च किया गया यानी कि 4.2 को जब लांच किया गया था तो इसके अंदर और भी सुधार किए गए जैसे कि घड़ी का डिजाइन, घड़ी के Widgets, मल्टीपल यूजर प्रोफाइल, डे ड्रीम स्क्रीन सेवर आदि जोड़े गए |
Android 4.4 KitKat
गूगल ने एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम Android 4.4 KitKat को लांच किया अक्टूबर 2013 में पूरे 1 साल के बाद, इसके साथ साथ गूगल नया वर्जन को सबसे पहले अपने पहले फोन Google Nexus 5 के साथ रिलीज किया | लेकिन मैं आपको पहले ही बताना चाहूंगा गूगल ने पार्टनरशिप करके यह फोन को लांच किया था और इतिहास में पहली बार हुआ था कि गूगल ने किसी से पार्टनरशिप करी थी | What is Android in Hindi
गूगल ने बहुत बड़ी मार्केटिंग कैंपेन चलाई Nestle कंपनी के साथ और किटकैट को प्रमोट करने के लिए, साथ ही साथ गूगल कंपनी ने नए ऑपरेटिंग सिस्टम को और ज्यादा सुधार के साथ और तेजी से काम करने के लिए बनाया गया | यह ऑपरेटिंग सिस्टम पुराने फोन में भी चल जाता था और साथ ही साथ जो नई फ़ोन थे उसमें भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता था | इसके अंदर बहुत ही अच्छे अच्छे फीचर दिए गए | जैसे कि गूगल नाउ होम स्क्रीन पर, नया डायलर सिस्टम, फुलस्क्रीन एप्लीकेशन, हैंग आउट एप्लीकेशन, नए डिजाइन की घड़ियां, Emoji, HDR+
Android 5.0 Lollipop
एंड्रॉयड लॉलीपॉप 5.0 के रिलीज होने से पहले बहुत सारी खबरें बाजार में लीक हो रही थी, इसके नाम को लेकर कोई इसे एंड्राइड लिकोराइस के नाम से पुकार रहा था, कोई लेमन हेड के नाम से, और कोई ऐसे लॉलीपॉप कह रहा था, और जब गूगल कंपनी ने इसे फाइनली रिलीज किया अक्टूबर 15, 2014 को तो इसका नाम ऑफीशियली रखा गया Android Lollipop. इसमें बहुत सारे नए फीचर को जोड़ा गया जो पहले एंड्राइड में मौजूद नहीं थे |
- नया कलरफुल इंटरफेस, बेहतरीन ट्रांजैक्शन
- मल्टी टास्किंग को और ज्यादा बेहतर बनाया गया
- नोटिफिकेशन में भी बदलाव लाए गए जिससे आप सीधा होम स्क्रीन पर सारे के सारे नोटिफिकेशन देख सकते थे, और ऐसे कैंसर भी कर सकते थे
- बैटरी लाइफ में भी सुधार किया गया
- मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम अब सिर्फ फोन के लिए ही नहीं बल्कि और डिवाइसेज के लिए भी आ गया था |
Android 6.0 Marshmallow
गूगल ने अगला वर्जन Android 6.0 Marshmallow को रिलीज किया अक्टूबर 2015 में 5 तारीख को | अगर हम इसके इंटरफ़ेस की बात करें तयो ऑपरेटिंग सिस्टम लॉलीपॉप जैसा ही दिखता था, लेकिन इसमें कुछ अंदरूनी बदलाव किए गए जो Marshmallow को Lollipop से बेहतर बनाता था | वैसे ही इसके कुछ बेहतरीन फीचर के बारे में मैं आपको बताता हूं | What is Android in Hindi
- गूगल नाउ का बटन दे दिया गया था, जिससे आप फोन के बटन को लंबा दबाकर इसे एक्सेस कर सकते थे इसका फायदा यह था कि आपको कोई भी एप्लीकेशन को बंद नहीं करना पड़ता था जिसका आप पहले से इस्तेमाल कर रहे हो |
- कट और पेस्ट के फीचर मैं भी सुधार किया गया जिससे यूजर को आसानी हो
- वॉइस सर्च के फीचर में भी सुधार किया गया अब इसे आप लॉक स्क्रीन से भी एक्सेस कर सकते थे
- सिक्योरिटी में बहुत ज्यादा बदलाव किए गए ऑपरेटिंग सिस्टम को ज्यादा सिक्योर बनाया गया
- एप्लीकेशन परमिशन मैं भी बदलाव किए गए जो पहले यूजर के हाथ में नहीं था, इससे फायदा यह होता था कि हम अपनी मर्जी से कोई भी एप्लीकेशन को परमिशन देने से पहले एडजेस्ट कर सकते थे |
- गूगल की सारी सेटिंग आपको एक जगह मिल जाती थी
- एक नया फीचर जोड़ा गया स्मार्ट लॉक पासवर्ड
- पावर सेविंग ऑप्शन को भी जोड़ा गया जिससे आप अपने फोन की बैटरी की बहुत अच्छे से बचत कर सकते हो
इसमें आपको Quick Setting Menu भी दिया गया इसे आप इसे आसानी से एडिट कर सकते हो |
Android 7.0 Nougut
अगर हम गूगल के इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम Android 7.0 Nougut की बात करें तो इसे अक्टूबर 4, 2016 को रिलीज किया गया इसे गूगल के फोन Goolge Pixel XL के साथ रिलीज किया गया | इसमें बहुत ही बेहतरीन फीचर थे जो उससे पहले कभी नहीं थे | तो उनमें से कुछ फीचर मैं आपको बताता हूं | What is Android in Hindi
- इसमें नाइट विजन को जोड़ा गया जिससे आपको अंधेरे में पढ़ने में कोई दिक्कत ना आए
- इसमें आपको Finger Print Swipe Down Gesture का फीचर दिया गया जिसकी मदद से आप फिंगर से स्क्रीन स्वाइप करके अलग-अलग स्क्रीन पर जा सकते थे |
- इसमें Daydream VR Mode भी जोड़ा गया
- Application Shortcut का भी ऑप्शन आपको मिला
- Circular Application Icon आपको देखने को मिले
लेकिन अगर किसी के पास Google का Pixel फोन है तो उसको ज्यादा ही फीचर मिले हैं
- जैसे पिक्सल लॉन्चर
- गूगल असिस्टेंट
- गूगल फोटोज पर अनलिमिटेड स्टोरेज अपनी फोटो और वीडियो को सेव करने के लिए
- पिक्सेल की कैमरा एप्लीकेशन
- स्मार्ट स्टोरेज का फीचर इसमें होता क्या है जब फोन में स्टोरेज खत्म हो जाती है, तो फोन ऑटोमेटिकली पुराना स्टोरेज खाली कर देता है
- फोन पर चैट सपोर्ट
- डायनेमिक कैलेंडर
ऐसे ही बहुत सारे फीचर आपको इस गूगल पिक्सेल फोन में देखने को मिले |
Android 8.0 Oreo
अगर हम एंड्राइड के इस अपडेट की बात करें Android 8.0 Oreo यह सबसे बेहतरीन अपडेट था यह गूगल ने अगस्त 2017 में 18 तारीख को रिलीज किया था | पहले से कुछ ही डिवाइस में दिया गया जैसे कि Pixel, Pixel XL, Nexus 5X, Nexus 6P, Nexus Player और Pixel C, 2017 के बाद में सभी डिवाइस के लिए Android 8.0 Oreo को रिलीज कर दिया गया | तो चली मैं आपको बताता हूं इसके कुछ बेहतरीन फीचर |
- इज अपडेट में डिवाइस की बैटरी लाइफ को इंप्रूव किया गया
- मल्टी टास्किंग इसके अंदर और ज्यादा आसान हो गई
- इसमें आपको स्मार्ट टेक्स्ट इलेक्शन का भी फीचर मिला
- इसके अंदर नोटिफिकेशन डॉट का भी फीचर अपडेट हुआ इससे होता क्या है जब भी कोई नई नोटिफिकेशन किसी भी एप्लीकेशन पर आती है तो उस पर डॉट बन जाता है
- गूगल असिस्टेंट को और ज्यादा बेहतर बनाया गया
- इसमें नया ऑटोफिल फीचर अपडेट हुआ
- यह अपडेट डिवाइस को और ज्यादा सिक्योर बनाता है
Android 9.0 Pie
अभी तक का सबसे लेटेस्ट एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट का नाम है Android 9.0 Pie इसको गूगल ने 2018 में अगस्त की 6 तारीख को रिलीज किया था | कंपनी ने इसका नाम एंड्रॉयड पाई रखा इसके अंदर बहुत ही नए नए फीचर दिए गए | गूगल के अपने सभी स्मार्टफोन मैं सबसे पहले यह अपडेट आ चुका है |
लेकिन दूसरे एंड्रॉयड फोन में इज अपडेट को आने में थोड़ा समय लग सकता है | चलिए अब जानते हैं एंड्रॉयड पाई के बेहतरीन फीचर के बारे में | What is Android in Hindi
- इसके अंदर Adaptive Battery का फीचर है इसकी मदद से फोन अपने आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अर्जेस्ट करता है जैसे कि अगर आपके फोन में आप किसी एप्लीकेशन पर काम कर रहे हो, तो जो पहले एप्लीकेशन आप ने खोली होगी वह बैकग्राउंड में बैटरी नहीं खाएगी वह इन एक्टिव हो जाएगी जब तक आप उसका दोबारा इस्तेमाल नहीं करेंगे |
- Android 9.0 Pie में एक और बढ़िया फीचर दिया गया है जिसका नाम है Adaptive Brightness यह आपके पर्सनल चॉइस के हिसाब से स्क्रीन ब्राइटनेस अपने आप एडजेस्ट करता है |
- इसमें एक और नया फीचर जोड़ा गया है इसका नाम है App Action यह क्या करता है जो भी आपने अपने फोन में एप्लीकेशन को डाउनलोड कर रखा है यदि आप उसका बार-बार इस्तेमाल करते हैं तो यह ऑपरेटिंग सिस्टम पहले से ही अंदाजा लगा लेता है कि आप इस एप्लीकेशन में और क्या करने वाले हैं | What is Android in Hindi
- एक और नया फीचर इसके अंदर जुड़ा है जिसका नाम है Android Dashboard इसमें होता क्या है आपका डिवाइस आपकी हरकतों को नोटिस करता है जैसे कि आपने कितनी बार अपने फोन को अनलॉक किया है, कितनी बार आपने कोई एप्लीकेशन को ओपन किया है, आपने कितने नोटिफिकेशन प्राप्त किए हैं यह सब नोटिस करता है इससे आपको यह फायदा होता है कि आप अपना समय ज्यादा फोन को दे रहे हैं या अपनी रियल लाइफ को |
- इसके अंदर एक और नया फीचर है जिसका नाम है App Timer यह उनके लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी है जो समय की बचत करना चाहते हैं और अपने समय का तरीके से प्रयोग करना चाहते हैं यह आपको नोटिफिकेशन देता रहता है कि आपने कितने समय तक एप्लीकेशन को खोल रखा है और अब बंद करने का समय आ गया है |
- अगला फीचर है Slush Gesture इसमें क्या होता है जब आप अपने फोन को उल्टा करके रख देते हैं तो आपका फोन ऑटोमेटिकली डू नॉट डिस्टर्ब में चला जाता है |
अगले फीचर के बारे में बात करते हैं जिसका नाम है Wind Down Mode इसमें क्या होता है आपको अपने सोने का समय डालना पड़ता है और जैसे ही आपका सोने का समय पास आ जाता है तो आपका फोन ऑटोमेटिकली डू नॉट डिस्टर्ब में चले जाता है और ग्रेस्केल मोड चालू हो जाता है | What is Android in Hindi
Android 10
गूगल का सबसे लेटेस्ट Android OS है Android 10 यह कुछ गिने-चुने डिवाइस के लिए रिलीज हो गया है, इसे बहुत सारी फीचर जोड़ दिए गए हैं इसके बारे में मैं आपको आगे बताने वाला हूं सबसे महत्वपूर्ण फीचर्स के अंदर सेफ्टी और सिक्योरिटी को लेकर है | चलिए अब इसके बारे में बात कर लेते हैं What is Android in Hindi
आज तक जितने भी एंड्रॉयड के वर्जन बने हैं, उनमें से सबसे बेहतर परमिशन कंट्रोल Android 10 मैं देखने को मिलेगा जिससे यूजर का अपने मोबाइल फोन के ऊपर कुछ ज्यादा ही कंट्रोल होगा |
आप सभी जानते हैं आजकल फोल्डेबल फोन का चलन शुरू हो गया है जैसे कि Samsung Z flip और Motorola Razr तो इन फोन को देखते हुए एंड्राइड के इस वर्जन को उनके मुताबिक बनाया गया है |
Android 10 में आपको फास्ट शेयरिंग का फीचर भी मिलेगा जिससे आने वाले समय में यूजर्स का काफी समय बचेगा |
इसके अंदर लेटेस्ट स्क्रीन रिकॉर्डिंग का ऑप्शन भी मिलेगा जिससे अगर आप चाहो तो अपनी स्क्रीन की लाइव रिकॉर्डिंग अपने दोस्तों या जिनके साथ आप चाहो शेयर कर सकते हो |
इसमें आपको इन एप सेटिंग का ऑप्शन भी मिलेगा जिससे यूजर की सुविधा बढ़ेगी|
फोटोस के लिए बहुत ज्यादा सुधार किया गया है इसमें अलग-अलग फॉर्मेट की फोटोस को यह सपोर्ट करेगा, और भारी रेजोल्यूशन वाली फोटो को भी यह आसानी से हैंडल कर लेगा|
इस ऑपरेटिंग सिस्टम में आपको इनबिल्ट डार्क मॉड मिलेगा जोकि आजकल बहुत ही ज्यादा ट्रेंड में चल रहा है |Android in Hindi
इस ऑपरेटिंग सिस्टम में आपको HDR10+ का भी सपोर्ट मिलेगा |
इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में आपको बहुत सारी थीम भी मिलेगी जिसे आप अपने मन चाहे मूड के हिसाब से बदल सकते हो |
एंड्रॉयड हमेशा से यूजर की प्राइवेसी और प्रोटेक्शन के मामले में आईफोन से पीछे रह जाता है लेकिन अब एंड्राइड ने आपको यह वादा किया है की Android 10 मैं आपको High Privacy और Protection भी मिलेगा |
क्या Android को अपडेट करने के पैसे लगते हैं ?
बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि अगर हम अपने एंड्रॉयड डिवाइस को अपडेट करेंगे तो उसके पैसे लगेंगे, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं Android Updates को डाउनलोड करना और उसे इंस्टॉल करना बिल्कुल ही फ्री है | यदि आप अपने फोन को अपडेट करते हो तो आपके फोन में ज्यादा नए फीचर जुड़ जाते हैं इसके साथ साथ आपके फोन की परफॉर्मेंस और स्पीड बढ़ जाती है |
लेकिन कभी कबार ऐसा होता है कि कुछ Bug के कारण परफॉर्मेंस और स्पीड में थोड़ी गिरावट आ जाती है, जो कंपनी ज्यादा रिपोर्ट आने पर उसे फिक्स कर देती है | और आपको दोबारा से नई अपडेट देती है | What is Android in Hindi
लेकिन मैं आपको यह भी बताना चाहूंगा कि अगर आपके पास पुराना फोन है तो उसमें नई अपडेट आना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, क्योंकि हमेशा एंड्राइड पहले नए फोन और High End एंड्राइड फोन मैं पहले अपडेट देता है | लेकिन मैं आपको यह बताना चाहूंगा यार एक एंड्राइड फोन में आपको एक एंड्राइड अपडेट तो जरूर ही मिलेगी बहुत सारे फोन हमें तो दो-तीन बार भी आ जाती है |
Android फोन का सबसे ज्यादा किससे कंपटीशन है – Apple के फोन से या Windows के फोन से
आप सभी जानते हैं कि सिर्फ Apple है जो अपने iPhone के जरिए हर एंड्रॉयड फोन को बहुत तगड़ा कंपटीशन देता है, लेकिन अब मैं आपको बता दूं Windows Phone भी अब इस रेस में शामिल हो रहे हैं | धीरे-धीरे विंडो के फोन पहले के मुकाबले और ज्यादा बेहतर बन रहे हैं | आपको यह शायद पता होगा विंडो के फोन माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के हैं माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की जानी-मानी कंपनियां अब यह अपने फोन के मार्केट को थोड़ा सीरियस ले रहे हैं | लेकिन अभी भी लोगों में सबसे पहली पसंद एंड्रॉयड और आईफोन को ही माना जाता है |
पापुलैरिटी के हिसाब से दुनिया में लोगों की पहली पसंद Apple यह फोन ही है | मैं आपको यह भी बताना चाहूंगा अपने अपने स्मार्टफोन और टेबलेट को बहुत पहले लांच किया था अपने स्मार्टफोन को एप्पल ने 2007 में और अपने आईपैड को 2010 में लॉन्च कर दिया था | अगर गिनती के हिसाब से रखा जाए तो आज भी एप्पल पहले नंबर पर आता है, एंड्राइड दूसरे नंबर पर आता है और विंडो की फोन तीसरे नंबर पर |
Android में ऐसा क्या है, जो उसे Apple से ज्यादा यूनिक बनाता है |
अगर हम एंड्राइड के स्मार्टफोन और टेबलेट को कंपटीशन में रखें तो उसके कंपटीशन में सिर्फ एप्पल का आईफोन और एप्पल का आईपैड ही आता है | मगर इन दोनों में फर्क वहां पर आ जाता है की एंड्राइड का ऑपरेटिंग सिस्टम ओपन सोर्स है और फ्री भी है वहीं दूसरी तरफ एप्पल का iOS एकदम बंद है मतलब उसमें कुछ भी बदलाव करना संभव नहीं है | उदाहरण के लिए हमें एप्पल के अंदर एक ब्राउज़र मिलता है जो सफारी होता है उसे हम गूगल के क्रोम मैं नहीं बदल सकते |
एप्पल में जितने भी आपको एप्लीकेशन मिलती हैं उसके अंदर बहुत ही ज्यादा आपको रिस्ट्रिक्शन मिलती हैं, इन्हें इस्तेमाल करने में बहुत ज्यादा दिक्कत आती है, इसके अंदर आप कुछ नया नहीं कर सकते हो | वही अगर हम दूसरी तरफ बात करें android एक open-source ऑपरेटिंग सिस्टम है यही वजह है कि आप इसके अंदर बहुत सारे बदलाव कर सकते हो अपनी मनचाही एप्लीकेशन को इस्तेमाल कर सकते हो | What is Android in Hindi
Android Meaning in Hindi
आप सभी जानते हैं कि हर रोज एंड्राइड का एक नया प्रोडक्ट लॉन्च हो रहा है, एंड्रॉयड अपनी नई टेक्नोलॉजी के कारण भविष्य में काफी ज्यादा आगे बढ़ सकता है क्योंकि आप देख सकते हैं आजकल गूगल बहुत ही ज्यादा नए-नए गैजेट को हर रोज लांच कर रहा है | अगर हम बात करें Google Smatwatch की, Google Glass और भी बहुत सारे गैजेट्स हैं | गूगल दुनिया की नंबर 1 कंपनी बनने जा रहा है और दुनिया में इंसानों की मुश्किलों को हल करने के लिए नई नई टेक्नोलॉजी हमारे समक्ष रख रहा है | What is Android in Hindi
मैं आशा करता हूं कि आपको Android क्या है और What is Android in Hindi के बारे में आपको अच्छे से समझ आ चुका होगा, अब आप एंड्राइड के बारे में किसी को भी जानकारी दे सकते हो | अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो प्लीज इसे अपने सभी सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें अपने व्हाट्सएप और फेसबुक पर जरूर शेयर करें | ताकि मुझे और मोटिवेशन मिले और मैं आपके लिए और नए-नए इंफॉर्मेशन ले करके आओ और आपके साथ शेयर करूं |
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